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Wednesday, November 30, 2022

'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर IFFI के जूरी प्रमुख के बयान के बाद जमकर भड़के सेलेब्स

अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, अतुल श्रीवास्तव, दर्शन कुमार, चिन्मय मंडलेकर और पुनीत इस्सर जैसे मंझे हुए सितारों से सजी फिल्म द कश्मीर फाइल्स ने इस वर्ष सफलता के तमाम रिकॉर्ड्स तोड़े। मगर, साथ ही फिल्म विवादों में भी खूब रही। गोवा में आयोजित हुए 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएफएफआई) के आखिरी दिन भी यह फिल्म विवादों में आ गई।


दरअसल आईएफएफआई में जूरी हेड और इस्राइल के फिल्म मेकर नादव लैपिड ने इस फिल्म को प्रोपेगेंडा फिल्म बताया है। साथ ही उन्होंने इसे ’भद्दी’ फिल्म भी कहा है। फेस्टिवल की क्लोजिंग सेरेमनी की दौरान लैपिड ने यह बात कही। नादव लैपिड ने फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म की स्क्रीनिंग देखकर भी हैरानी जताई है। नादव लैपिड ने फिल्म की आलोचना करते हुए कहा कि यह फिल्म फेस्टिवल की प्रतियोगिता में शामिल भी किए जाने लायक नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म सिर्फ प्रचार के लिए थी। नादव ने कहा, ’इस फिल्म को देखकर हम सभी हैरान और परेशान थे। यह एक वल्गर फिल्म है। यह फिल्म एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के एक कॉम्पटेटिव सेक्शन के लिए सही नहीं है।’

नादव लैपिड के इस बयान के बाद फिल्म के लीड एक्टर अनुपम खेर ने उन्हें जमकर खरी -खोटी सुनाई । वहीं सेलेब्स भी सोशल मीडिया पर उनके इस बयान को दुर्भग्यपूर्ण बताते हुए अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।

द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने नादव लैपिड के बयान पर तंज कसते हुए लिखा-’’गुड मॉर्निंग, सच सबसे खतरनाक चीज है। ये लोगों को झूठा बना सकता है।’

फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्वीट किया-’‘इस्राइल फिल्म मेकर नादव लैपिड ने ’द कश्मीर फाइल्स’ को भद्दी फिल्म बताकर आतंकियों के खिलाफ भारत की लड़ाई का मजाक उड़ाया है। उन्होंने लाखों कश्मीरी पंडितों का अपमान किया है। यह भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (प्थ्थ्प्) की विश्वसनीयता के लिए बड़ा झटका है।’

अभिनेता रणवीर शोरी ने लिखा-’एक फिल्म का वर्णन करने के लिए जूरी द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा बेहद गलत थी। इसमें से राजनीति की गंध आ रही है। सिनेमा हमेशा से सच्चाई और बदलाव के मुद्दों पर बनाई गई फिल्मों के लिए जाना जाता है। न कि इसे दबाने के लिए। आईएफएफआई में राजनीतिक अवसरवाद का शर्मनाक प्रदर्शन।’

आईएफएफआई के जूरी हेड और इस्राइल के फिल्म मेकर नादव लैपिड के फिल्म की रिलीज के नौ महीने बाद इसे लेकर दिए गए बयान से कई लोगों की भावनाओं को आहत करने के साथ -साथ एक कंट्रोवेसी भी खड़ी कर दी है।

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