सिद्धार्थनगर। उज्ज्वला योजना के एक उपभोक्ता के कनेक्शन में हुई गंभीर गड़बड़ी ने जिला प्रशासन और इंडियन ऑयल की कार्यशैली पर कई बड़े प्रश्न खड़े कर दिए हैं। प्रीति अग्रहरि पत्नी अर्जुन कुमार अग्रहरी ग्राम शोहरतगढ़ के उज्ज्वला गैस कनेक्शन में आधार परिवर्तन गलत रिकॉर्ड और कार्रवाई में हो रही लगातार देरी का मामला अब और तूल पकड़ चुका है।उपभोक्ता के अनुसार 12 जनवरी 2025 को गैस की बुकिंग और डिलीवरी के उसी दिन कनेक्शन अचानक टर्मिनेट कर दिया गया जबकि KYC 30 दिसंबर 2023 को ही अनुमोदित हो चुकी थी। इसके बाद पता चला कि उपभोक्ता का आधार किसी अन्य महिला प्रीति पत्नी नरेंद्र बहादुर के रूप में दर्ज कर दिया गया है। यह जानकारी RTI और विभागीय पत्रों में सामने आई। एजेंसी की गलती लेकिन कार्रवाई लंबितCPGRAMS रिपोर्ट ने खोली पोल उपभोक्ता की शिकायत पर भारत सरकार के CPGRAMS पोर्टल में भेजी गई रिपोर्ट में एजेंसी की अनियमितता पाई गई होने की पुष्टि भी की गई है। इसके बावजूद न तो कनेक्शन बहाल हुआ न ही रिकॉर्ड ठीक किए गए।
उपभोक्ता ने बताया कि इंडियन ऑयल ने PG Portal पर सिर्फ इतना लिखा कि गैस एजेंसी को 15 दिन का नोटिस जारी किया गया है जबकि महीनों बीत जाने के बावजूद न तो कार्रवाई हुई न ही कोई स्पष्ट जवाब दिया गया। डीएसओ पर गंभीर सवाल पत्र सीधे उपभोक्ता को भेजा तथ्यहीन रिपोर्ट लगाई उपभोक्ता ने आरोप लगाया कि डीएसओ सिद्धार्थनगर ने बिना टिप्पणी किए इंडियन ऑयल का पत्र सीधे उनके पते पर भेज दिया क्षेत्रीय अधिकारी शोहरतगढ़ ने भी अपनी रिपोर्ट में पुराना पत्र ही जोड़कर मात्र औपचारिकता निभाई जबकि इंडियन ऑयल PG Portal पर कह रहा है कि कार्रवाई पूरी हो चुकी है। 16464 जुर्माना किस अधिकारी ने लगाया? किस आधार पर लगाया? कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कनेक्शन पर 16464 का जुर्माना दर्ज दिखाया गया है। लेकिन न आदेश की प्रति न अधिकारी का नाम न तारीख अब तक कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया गया।उपभोक्ता ने कहा कि अगर हमसे गलती नहीं है तो जुर्माना क्यों?
अगर गलती एजेंसी की है तो कनेक्शन बहाल क्यों नहीं किया जा रहा? और अगर कार्रवाई लंबित है तो महीनों से हमें गुमराह क्यों किया जा रहा है? नया कनेक्शन ले लीजिए कथित दबाव कॉल रिकॉर्डिंग उपलब्ध उपभोक्ता का दावा है कि एजेंसी बार बार यह कहकर दबाव बना रही है कि नया कनेक्शन ले लीजिए। उपभोक्ता के पास कॉल रिकॉर्डिंग भी मौजूद है। इंडियन ऑयल से संपर्क विफल उपभोक्ता ने बताया कि इंडियन ऑयल गोरखपुर डिवीजन द्वारा दिया गया नंबर 0551-4073411 नहीं लगता फील्ड अफसर एस.के. सोनी का नंबर 9519917711 भी रिसीव नहीं किया जा रहा है।मानवाधिकार संगठन भी मामले में हस्तक्षेप कर चुका है उपभोक्ता ने बताया कि मानवाधिकार सुरक्षा एवं संरक्षण संगठन ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया है लेकिन विभागीय स्तर पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
उपभोक्ता की मांग
1. कनेक्शन तत्काल बहाल किया जाए।
2. आधार परिवर्तन व गलत रिकॉर्ड में शामिल सभी जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो।
3. 16464 जुर्माने का पूरा रिकॉर्ड उपलब्ध कराया जाए।
4. PG Portal व CPGRAMS पर सही तथ्य अपलोड किए जाएं।
5. इंडियन ऑयल व DSO से स्पष्ट और लिखित रिपोर्ट मांगी जाए।

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