बस्ती। पूर्वांचल फिजियोथैरेपिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश की एक महत्वपूर्ण बैठक किसान पीजी कॉलेज बस्ती के पास संगठन के कैंप कार्यालय पर संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता संगठन के सचिव एवं प्रदेश प्रभारी डॉक्टर अमित शर्मा ने किया। उन्होंने बताया कि संगठन पिछले 20 वर्षों से लगातार संघर्षरत है एवं बहुत सारी सफलता प्राप्त कर चुका है। 2006 के पहले तक बीपी का रजिस्ट्रेशन नहीं होता था लेकिन संगठन ने संघर्ष किया तब रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ अभी भी सरकार बीपी को एलाइड हेल्थ केयर प्रोफेशनल मानती है। जबकि बीपी 5 वर्ष का एक संपूर्ण डॉक्टर का कोर्स है। तो संगठन यह मांग सरकार से कर रहा है कि फिजियोथैरेपी की एक अलग काउंसिल बनाकर उन्हें प्रोफेशनल डॉक्टर की सारी सुविधा प्रदान करें। अभी जल्द ही आईएमए के भारी विरोध के बाद ही सरकार ने फिजियोथैरेपिस्ट को नाम के आगे डॉक्टर लिखने की अनुमति प्रदान की है। अब संगठन इस बात पर जोर दे रहा है कि फिजियोथैरेपी को जनरल प्रैक्टिस करने की अनुमति प्रदान की जाए। संगठन पूरे प्रदेश में लगातार कैंप, सेमिनार, मैराथन बैठक आज कर रहा है। जिससे लोगों में जागरूकता आ सके और लोग इस चिकित्सा शैली का लाभ उठा सके कार्यक्रम में डॉक्टर अमित शर्मा ने संगठन के अध्यक्ष डॉ राकेश सिंह, उपाध्यक्ष डॉ एम एल यादव, सचिव डॉक्टर रवि रघुवंशी के साथ-साथ प्रिंट इलेक्ट्रानिक मीडिया को भी धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि पत्रकार बंधु जो प्रमुखता से खबर लिखने और दिखाते हैं वह अभी हमारे संघर्ष का हिस्सा है इन्हीं लोगों की देन है कि हम अपनी पीड़ा समस्या सरकार व समाज को बता पाते हैं मीटिंग में डॉक्टर पंकज चौधरी, डॉक्टर राजेश चौहान, डॉक्टर एम रहमान को मंडल का कोआर्डिनेटर नियुक्त किया गया एवं डॉक्टर अजय श्रीवास्तव को संगठन का मीडिया प्रभारी नियुक्त किया गया।
बैठक में प्रमुख रूप से डॉक्टर नेहा पांडे डॉक्टर श्रेया पांडे डॉक्टर नीलम डॉक्टर पंकज चौधरी डॉक्टर राजेश चौहान डॉक्टर एम रहमान डॉक्टर अजय श्रीवास्तव डॉक्टर अतुल श्रीवास्तव डॉक्टर विवेक प्रकाश पांडे डॉक्टर श्रवण कुमार डॉक्टर शुभम गौड़ डॉक्टर मनीष चौधरी डॉक्टर प्रमोद यादवडॉक्टर राजवंत सिंह डॉक्टर कन्हैया श्रीवास्तव डॉक्टर अनूप शुक्ल सहित बड़ी संख्या में फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर उपस्थित रहे।

No comments:
Post a Comment