लखनऊ। कार्यालय में हिंदी में कार्य करने एवं प्रोत्साहन के लिए केन्द्रीय संचार ब्यूरो, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, लखनऊ द्वारा 25 अगस्त को राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक एवं हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें सभी इकाई प्रमुखों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में ओम प्रकाश, निदेशक, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने आए हुए सभी प्रतिभागियों को कार्यालय में हिंदी में कार्य करने एवं हिंदी के प्रयोग को और भी सुदृढ़ और बेहतर बनाने के लिए कहा। अपने प्रेजेंटेशन में धारा 3(3) के तहत आने वाले सभी प्रपत्रों को राजभाषा अधिनियम के तहत कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आगे कहा कि राजभाषा अधिनियम के तहत हिंदी में कार्य करने वालों को गृह मंत्रालय भारत सरकार राजभाषा विभाग समय-समय पर प्रोत्साहित करता है। प्रोत्साहन धनराशि के रूप में नगद पुरस्कार का भी प्रावधान किया हुआ है।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मनोज कुमार वर्मा, निदेशक, केंद्रीय संचार ब्यूरो लखनऊ ने कहा कि हम सभी हिंदी भाषी प्रदेश में रहते हैं यह गर्व की बात है और हिंदी हमारी मातृभाषा भी है इसलिए सभी को कार्यालय कार्य हिंदी में ही करने का प्रयास करना चाहिए और हिंदी के सम्मान में आगे बढ़ना चाहिए।
कार्यक्रम समन्वय जय सिंह क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी/ राजभाषा अधिकारी ने आए हुए सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि हिंदी में सभी कार्य करना चाहिए और राजभाषा अधिनियम के तहत जो भी प्रावधान किए गए हैं उसके अनुसार कार्य करते हुए अपने विभाग और अपने कार्यालय का नाम राजभाषा विभाग में सर्वश्रेष्ठ घोषित करने का प्रयास करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र विश्वकर्मा ने किया तथा अपने साहित्यिक ज्ञान और संचालन से सभी प्रतिभागियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
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