बस्ती। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा भारतीय मजदूर संघ की स्थापना दिवस समारोह पूर्वक प्रेस क्लब सभागार में मनाया गया। स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत स्व. दत्तोपन्त ठेंगड़ी के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।
विभाग प्रमुख अशोक कुमार सिंह ने कहा कि बीएमएस केवल वेतन, भत्ते और पदोन्नति के संघर्ष तक ही सीमित नहीं है बल्कि पर्यावरण, सामाजिक समरसता और स्वदेशी के लिए भी समान रूप से प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि देश हित में करेंगे काम, काम के लेंगे पूरे दाम। नया जमाना आयेगा, कमाने वाला खिलायेगा। बीएमएस की क्या पहचान, त्याग-तपस्या और बलिदान। राष्ट्र का औद्योगिकीकरण, उद्योगों का श्रमिकीकरण, श्रमिकों का राष्ट्रीयकरण यह भारतीय मजदूर संघ के सूत्र हैं।
जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय श्रमिक संगठन है। इसकी स्थापना भोपाल में महान विचारक स्व. दत्तोपन्त ठेंगड़ी द्वारा प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के जन्मदिवस के अवसर पर की गई। भारतीय मजदूर संघ अपनी स्थापना का 70वां वर्ष आज मना रहा है।
जिला मंत्री राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि यह देश का पहला मजदूर संगठन है, जो किसी राजनैतिक दल की श्रमिक इकाई नहीं, बल्कि मजदूरों का, मजदूरों के लिए, मजदूरों द्वारा संचालित अपने में स्वतंत्र मजदूर संगठन है। स्थापना के पश्चात द्रुत गति से उन्नति करते हुए आज यह देश में सर्वाधिक सदस्य संख्या वाला मजदूर संगठन है। एक करोड़ से अधिक सदस्यता तथा पांच हजार से अधिक सम्बद्ध यूनियन के साथ बीएमएस देश का पहले नम्बर का केन्द्रीय श्रमिक संगठन बना हुआ है।
संरक्षक उमेश चंद्र मिश्र ने कहा कि 17 सितम्बर विश्वकर्मा जयंती को राष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारतीय मजदूर संघ का मानना है कि भगवान विश्वकर्मा दुनिया के पहले शिल्पकार थे, इसलिए उनकी जयंती से बढ़कर श्रमिकों के लिए कोई और मजदूर दिवस नहीं हो सकता।
इस अवसर पर डा सुधाकर पाण्डेय, संजय कुमार पाण्डेय, अनीता चौधरी, विक्रम प्रताप सिंह, राजेश श्रीवास्तव, आर एन रॉय, अवनीश श्रीवास्तव, निरंकुश शुक्ला, दीपिका पाण्डेय, ज्ञानती सिंह, संजय मणि त्रिपाठी, आंजय तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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