सांथा ब्लॉक के खजुरी गांव में तंबाकू छोड़ने और छुड़वाने का लिया गया संकल्प
स्वच्छता, शिक्षा और कैंसर के प्रति जनजागरूकता के लिए प्रयास करेंगे ग्रामीण
संतकबीरनगर। ईद उल अजहा (बकरीद) पर संतकबीर की धरती संतकबीरनगर से बेमिसाल संदेश पेश किया गया है। यहां के सांथा ब्लॉक के खजुरी गांव में लोगों ने तंबाकू छोड़ने और अपने जानने वालों को प्रेरित कर तंबाकू छुड़वाने का संकल्प लिया है। गांव के लोगों ने स्वच्छता, शिक्षा और कैंसर के प्रति जनजागरूकता में भी योगदान देने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। मसीहा वेलफेयर सोसाइटी एवं एमएम आज़ाद स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में गांव के कंजूल-उलूम मदरसे में रविवार को आयोजन कर सैकड़ों लोगों को इससे संबंधित शपथ भी दिलाई गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संतकबीरनगर में सलाहकार डॉ अबूबकर ने स्वास्थ्य के प्रति समझ और समाज में स्वास्थ्य संरचना पर बल दिया। उन्होंने कहा कि नशावृत्ति का उन्मूलन कर समुदाय को न सिर्फ कैंसर बल्कि उच्च रक्तचाप और ह्रदय से जुड़े रोगों से भी बचाया जा सकता है। उन्होंने पहली बार मदरसे में इस प्रकार का सामाजिक एवं स्वास्थ्य केंद्रित आयोजन किये जाने पर प्रसन्नता जताई।
इस अवसर पर मसीहा वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष ई. मोहम्मद यूसुफ खान ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि खजुरी गांव को तंबाकू और नशामुक्त बनाकर एक आदर्श गांव के रूप में प्रस्तुत किया जाए, ताकि पूर्वांचल को कैंसर मुक्त बनाने की दिशा में एक सशक्त संदेश जाए।” कार्यक्रम में एम.एम.आज़ाद स्कूल के प्रबंधक परवेज़ हाफिज़ ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। गांव के मोहम्मद इरशाद ने स्वच्छता और स्वास्थ्य के अन्तर्सम्बन्धों को समझाते हुए अपने विचार रखे।
गांव के निवासी और पेशे से स्वास्थ्य सलाहकार डॉ मुस्तफा खान ने पब्लिक हेल्थ मे प्रिवेंटिव अंकालॉजी के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने कैंसर की शीघ्र स्क्रीनिंग शीघ्र इलाज पर विशेष जोर दिया। साथ ही साथ तंबाकू, गुटखा और शराब छोड़ने की अपील की।
No comments:
Post a Comment