बस्ती। दलित परिवार की पिटाई, जान से मार देने की धमकी देने के मामले में राष्ट्रीय लोकदल के जिला महासचिव अभय पटेल द्वारा धरना दिये जाने की चेतावनी के बाद कलवारी पुलिस ने धोबहट निवासी दलित मिश्रीलाल पुत्र कौलेसर की तहरीर पर अम्बिका यादव सहित 6 लोगों के विरूद्ध दलित उत्पीड़न के साथ ही बीएनस की धारा 191 (2), 191 (3), 115 (2), 352, 351 (3) आदि धाराओं में नामजद मुकदमा पंजीकृत किया। मुकदमा दर्ज हो जाने के बाद दलित मिश्रीलाल आदि में प्रसन्नता है। पीड़ित परिवार ने सोमवार को राष्ट्रीय लोकदल कार्यालय पर सहयोग के लिये आभार व्यक्त करते हुये प्रदेश महासचिव अरूणेन्द्र पटेल, क्षेत्रीय अध्यक्ष विवेक चौधरी, प्रदेश सचिव अनुसूचित प्रकोष्ठ शिव कुमार गौतम, जिला महासचिव अभय पटेल, अरूण चौधरी, नागेन्द्र कुमार आदि का फूल मालाओं के साथ स्वागत किया।
बतातंे चले कि कलवारी थाना क्षेत्र के धोबहट निवासी दलित मिश्रीलाल ने एसपी, डीआईजी और सम्बंधित अधिकारियों को पत्र देकर कहा था कि गत 12 मई को वे अपनी कार से पत्नी विमला देवी के साथ रिश्तेदारी में मरहा गांव जा रहे थे, कार उनका बेटा हरिओम चला रहा था। कड़बड़वा के पास गांव के ही अम्बिका यादव पुत्र राजेश यादव, पिन्टू यादव पुत्र राम दरश, शिव भगत यादव पुत्र रामचेत, प्रमोद यादव पुत्र रामलौट, मनीष यादव पुत्र चैन प्रकाश आदि ने अपनी कार को सामने लाकर खड़ा कर दिया और असलहा, डण्डा, लोहे का पाइप आदि लेकर उनके लड़के हरिओम को घेर लिया और कहा कि बहन के मामले में सुलह कर लो वरना जान से मारे जाओगे। उक्त लोगोें ने जाति सूचक गालियां देते हुये हत्या करने की नीयत से उनके बेटे, पत्नी को बुरी तरह से मारा पीटा। लोगों के पहुंच जाने पर दबंग धमकियां देकर भाग गये। कलवारी पुलिस ने इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की जगह पीड़ितों को ही थाने से भगा दिया। अंततः भाजपा, कांग्रेस, रालोद, बहुजन समाज पार्टी, सरदार सेना, भीम आर्मी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, भारत मुक्ति मोर्चा सहित अनेक राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियोें की पहल पर कलवारी पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया। संगठनों ने सोमवार से धरना देने की चेतावनी दिया था। पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर लिये जाने के बाद धरना स्थगित कर दिया गया।
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