वाराणसी। वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में स्थित ज्ञानवापी का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण सर्वे जारी है। इस सर्वे के बीच महादेवके धाम में भक्तों की संख्या अचानक बढ़ गई है। 3 अगस्त को दोबारा शुरू हुए सर्वे की कार्रवाई के बाद यहां भक्तों की भीड़ लगी है। बात सावन के सोमवार की करें तो पांचवें और छठे सोमवार को भक्तों की संख्या बीतें चार सोमवार से करीब 1 लाख अधिक रही। वहीं 1 से 15 अगस्त तक ये संख्या 45 लाख के करीब रही।
आंकड़ों के अनुसार, सावन के छठे सोमवार (14 अगस्त) को काशी विश्वनाथ मंदिर में 7 लाख श्रद्धालुओं ने मत्था टेका। वहीं पांचवे सोमवार (7 अगस्त) को ये संख्या 6 लाख 60 हजार के करीब थी। इसके पहले चौथे सोमवार (31 जुलाई) को करीब 6 लाख भक्त यहां पहुंचे थे। वहीं तीसरे सोमवार को 5 लाख 87 हजार भक्त बाबा दरबार में हाजिरी लगाई। दूसरे सोमवार को ये संख्या 6 लाख 9 हजार थी। जबकि पहले सोमवार को 5 लाख 15 हजार भक्त बाबा के भव्य धाम में उनका जलाभिषेक किया था।
अगस्त में 45 लाख के करीब पहुंचे भक्त
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि अगस्त के महीने में अब तक 45 लाख से ज्यादा श्रद्धालु यहां दर्शन कर चुकें है। सिर्फ सावन के पांचवे और छठे सोमवार के दिन यहां हाजिरी लगाने वाले भक्तों की संख्या करीब 14 लाख रही है। मंदिर प्रशासन की ओर से जारी आंकड़े इस बात की ओर इशारा करते है कि जब से ज्ञानवापी के सर्वे की कार्रवाई शुरू हुई है और ये मुद्दा फिर गर्म हुआ तब से यहां भक्तों की संख्या बढ़ गई है।
4 अगस्त से दोबारा शुरू हुआ है सर्वे
बताते चलें कि 21 जुलाई को वाराणसी के स्थानीय कोर्ट ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण दवा सर्वे का आदेश दिया था। जिसके बाद 24 जुलाई से सर्वे का काम शुरू हुआ और उसी दिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इसपर रोक भी लग गई। फिर हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई और 3 अगस्त को फिर से एएसआई द्वारा सर्वे के आदेश दिए गए। जिसके बाद 4 अगस्त से सर्वे का काम शुरू हुआ जो अब भी जारी है।
No comments:
Post a Comment