लखनऊ । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने शासनकाल के 4 वर्षों का जश्न कुछ इस तरह मना रही है जैसे उत्तर प्रदेश को बुलंदियों तक पहुंचा दिया हो। लेकिन देखा जाए तो इन 4 सालों में जितना दलितों पर अत्याचार हुआ है, महिलाओं पर अत्याचार हुआ है, बाल अपराध बढ़ा है, किसी भी सरकार के समय नहीं बढ़ा। बेतहाशा बढ़ी हुई मंहगाई, बेरोजगारी और ध्वस्त कानून व्यवस्था इन चार वर्षों की योगी सरकार की उपलब्धियां रही हैं।
उ0प्र0 कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन श्री आलोक प्रसाद ने आज जारी बयान में कहा कि अगर हम एनसीबीआर की रिपोर्ट देखें तो सबसे ज्यादा महिला अपराध और दलितों के साथ ही देश में सर्वाधिक उत्तर प्रदेश में अपराधिक घटनाएं हुई हैं।आलोक प्रसाद ने कहा कि हाथरस में एक दलित लड़की जो कुछ अपराधिक मानसिकता के लोगों का शिकार हुई थी रात को 3.00 बजे परिवार को बंधक बनाकर उसकी लाश को जला दिया गया। उन्नाव में दलित लड़कियों के साथ हुई घटना सभी को याद ही है। चाहे वह दलित प्रधान को सरेआम मार देने की घटना हो। अमरोहा में एक दलित युवक विकास जाटों को मंदिर में जाने को लेकर उसकी हत्या कर दी गई। जौनपुर में एक दलित युवक को पीट-पीटकर हत्या की घटना हो, बाराबंकी, लखीमपुरखीरी, गोरखपुर, मेरठ, उन्नाव, कानपुर, शाहजहांपुर आदि जनपदों की घटनाएं योगी सरकार में महिलाओं के विरूद्ध हुए अपराधों को चीख चीख कर इनकी विफलताओं की पोल खोल रही है।
आलोक प्रसाद ने कहा कि इतना ही नहीं दलितों के घर तक योगी सरकार में जला दिये गये। उन्होने कहा कि योगी सरकार में दलित वर्ग खुद को ठगा महसूस कर रहा है। उन्होने कहा कि योगी सरकार का चार वर्ष दलित उत्पीड़न के लिए जाना जाएगा।
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