गोरखपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में टाउन हाल मैदान में एक जिला एक उत्पाद के योजनान्तर्गत आयोजित रेडिमेट गारमेन्ट प्रदर्शनी में लगे विभिन्न स्टालो का अवलोकन करते हुए स्टालो पर विक्रय की जा रहे है रेडिमेट गारमेन्ट के निर्माण मार्केटिंग आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने गोरखपुर में एक जिला एक उत्पाद के अन्तर्गत टेराकोटा के बाद रेडिमेट गारमेन्ट को जोड़कर इस प्रदर्शनी के माध्यम से उत्पादो को एक मंच देने का प्रयास किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदर्शनी में जिस भी स्टाल पर मैं गया, हर एक स्टाल से मुझे बहुत ही सकारात्मक उर्जा मिली है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षाे के दौरान रेडिमेट गारमेन्ट मार्केट की सम्भावनाओ को खोजा गया और उसकी समस्याओ को नजदीक से देखा गया। और इस बात को महसूस किया गया कि उद्यमी की समस्या क्या है। प्रदेश के अन्दर पराम्परागत उद्यम के लिए बहुत सारी सम्भावनाएं है। उ0प्र0 सम्भावनाओ वाला प्रदेश है। इन सम्भावनाओ को मंच तथा प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है और इसी लिए प्रधानमंत्री की प्रेरणा से प्रदेश सरकार ने फरवरी 2018 में एक जिला एक उत्पाद की इस अभिनव योजना का प्रारम्भ किया। योजना का उद्देश्य था कि पराम्परागत उत्पाद को हम प्रोत्साहित कर सके और प्रसन्नता है कि आत्मनिर्भर भारत की प्रधानमंत्री ने जो परिकल्पना है उसे सकार करने के लिए एक जिला एक उत्पाद की योजना बहुत बड़ी भूमिका का निर्वहन कर रही है और यह योजना उसको सफलता पूर्वक आगे बढ़ा रही है। आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पवना को साकार करने के लिए पराम्परागत उद्योग में वोकल फाल लोकल की इस अभियान को प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाना होगा लेकिन इसके लिए गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा। रेडिमेन्ट गारमेन्ट के तहत गोरखपुर में 15 हजार लोगो को रोजगार मिला है और बैंको, माकेंटिंग तकनीक के साथ जोड़कर 50 हजार लोगो को रोजगार दिलाने के लिए कार्य करना होगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि रेडिमेट गारमेन्ट को बढ़ावा देने के लिए एक जिला एक उत्पाद से जोड़ा गया और प्रसन्नता है सभी उद्यमी इसमें रूचि लेते हुए कार्य रहे है और प्रशासन भी इसके साथ जुड़ कर इस अभियान को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर पैकेज में प्रधानमंत्री जी ने एमएसएमई उद्योगो के लिए ऋण सरलता से उपलब्ध हो सके इस कार्यवाही को आगे बढ़ाया। प्रदेश सरकार ने सभी जिलाधिकारियो को निर्देश दिये गये है कि प्रत्येक माह जनपद स्तर पर उद्यमियो के साथ बैठक करे तथा मण्डलायुक्त भी हर दूसरे या तीसरे माह में उद्यमियो के साथ बैठक कर उनकी समस्याओ को सुने और जिन समस्याओ का स्थानीय स्तर पर समाधान होना है तो उसे तत्काल समाधान कराये।, इसके साथ ही बैंको से जुड़ी हुई समस्यों का समाधान करने के लिए बैंको के साथ जनपद स्तरीय बैकर्स की बैठक हो जिससे हम जनपद के अन्दर जनपद का सीडी रेसियो सुधार सके और अधिक से अधिक लोगो को बैकर्स के साथ जोड़कर उनके उद्यम को प्रोत्साहन देने का कार्य करे।
उन्होने कहा कि पराम्परागत उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिये प्रदेश सरकार की नीति बहुत स्पष्ट है और इसके लिए केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने अनेक योजनाएं पहले से घोषित कर रखी है। उन्होंने कहा कि कम पूंजी पर ज्यादा लोगो को रोजगार की सम्भावना रेडिमेट गारमेन्ट में ही है। रेडिमेट गारमेन्ट में जो भी कार्य अभी तक हुआ है अकेले 350 करोड़ रूपये की पूंजी मे 15 हजार लोग प्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़े है यह सिर्फ एमएसएमई में सम्भव है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में खोरिया गांव में स्वयं गया था और मैने देखा था कि कैसे स्वयं से पं्रेरित होकर एक युवा उद्यमी ने गांव की महिलाओ को एक मंच दिया और 25 महिलाए उस समय प्रतिदिन छोटे से प्रोत्साहन से 300 से 500 रूपये कमाने का कार्य रही थी जिस परिवार में महिला कमाने लगे वहां पर कुछ भी कमी नही रह सकती है। और मुझे लगता है कि लक्ष्मी का रूप जो हम बालिका में देखते है उसका जीती जागता उदाहरण इस प्रकार की स्वावलम्बी महिला होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर रेडिमेट गारमेन्ट का हब बन सकता है। यदि गोरखपुर रेडिमेट गारमेन्ट का हब बनेगा तो उ0प्र0 को भी रेडिमेट गारमेन्ट का हब के रूप में विकसित कर सकते है क्योकि आप के पास एक मार्केट है सस्ता मैन पावर हैं बस प्रशिक्षण की आवश्यकता है और प्रसन्नता है कि नेट्रा के साथ मिलकर इस प्रशिक्षण के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है मुझे यह भी बताया गया कि 5 सौ करोड़ का रेडिमेट गारमेन्ट गोरखपुर में ही बनता है जिसका मार्केट गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश है और साथ साथ गोरखपुर में 2 हजार करोड़ का रेडिमेन्ट गारमेन्ट बाहर से आता है। यह 2 करोड़ के मार्केट को भी लेना है।
उन्होंने कहा कि फ्लैटेट फैक्ट्री कार्य को आगे बढ़ाये और अधिक से अधिक लोगो को रोजगार से जोड़ा जा सके। समाज की माँग की अनुरूप केन्द्रो की स्थापना करना युवाओं को रोजगार से जोडा जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर पैकेज में प्रधानमंत्री जी ने एमएसएमई उद्योगो के लिए ऋण सरलता से उपलब्ध हो सके इस कार्यवाही को आगे बढ़ाया। प्रदेश सरकार ने सभी जिलाधिकारियो को निर्देश दिये गये है कि प्रत्येक माह जनपद स्तर पर उद्यमियो के साथ बैठक करे तथा मण्डलायुक्त भी हर दूसरे या तीसरे माह में उद्यमियो के साथ बैठक कर उनकी समस्याओ को सुने और जिन समस्याओ का स्थानीय स्तर पर समाधान होना है तो उसे तत्काल समाधान कराये।, इसके साथ ही बैंको से जुड़ी हुई समस्यों का समाधान करने के लिए बैंको के साथ जनपद स्तरीय बैकर्स की बैठक हो जिससे हम जनपद के अन्दर जनपद का सीडी रेसियो सुधार सके और अधिक से अधिक लोगो को बैकर्स के साथ जोड़कर उनके उद्यम को प्रोत्साहन देने का कार्य करे।
उन्होने कहा कि पराम्परागत उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिये प्रदेश सरकार की नीति बहुत स्पष्ट है और इसके लिए केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने अनेक योजनाएं पहले से घोषित कर रखी है। उन्होंने कहा कि कम पूंजी पर ज्यादा लोगो को रोजगार की सम्भावना रेडिमेट गारमेन्ट में ही है। रेडिमेट गारमेन्ट में जो भी कार्य अभी तक हुआ है अकेले 350 करोड़ रूपये की पूंजी मे 15 हजार लोग प्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़े है यह सिर्फ एमएसएमई में सम्भव है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में खोरिया गांव में स्वयं गया था और मैने देखा था कि कैसे स्वयं से पं्रेरित होकर एक युवा उद्यमी ने गांव की महिलाओ को एक मंच दिया और 25 महिलाए उस समय प्रतिदिन छोटे से प्रोत्साहन से 300 से 500 रूपये कमाने का कार्य रही थी जिस परिवार में महिला कमाने लगे वहां पर कुछ भी कमी नही रह सकती है। और मुझे लगता है कि लक्ष्मी का रूप जो हम बालिका में देखते है उसका जीती जागता उदाहरण इस प्रकार की स्वावलम्बी महिला होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर रेडिमेट गारमेन्ट का हब बन सकता है। यदि गोरखपुर रेडिमेट गारमेन्ट का हब बनेगा तो उ0प्र0 को भी रेडिमेट गारमेन्ट का हब के रूप में विकसित कर सकते है क्योकि आप के पास एक मार्केट है सस्ता मैन पावर हैं बस प्रशिक्षण की आवश्यकता है और प्रसन्नता है कि नेट्रा के साथ मिलकर इस प्रशिक्षण के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है मुझे यह भी बताया गया कि 5 सौ करोड़ का रेडिमेट गारमेन्ट गोरखपुर में ही बनता है जिसका मार्केट गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश है और साथ साथ गोरखपुर में 2 हजार करोड़ का रेडिमेन्ट गारमेन्ट बाहर से आता है। यह 2 करोड़ के मार्केट को भी लेना है।
उन्होंने कहा कि फ्लैटेट फैक्ट्री कार्य को आगे बढ़ाये और अधिक से अधिक लोगो को रोजगार से जोड़ा जा सके। समाज की माँग की अनुरूप केन्द्रो की स्थापना करना युवाओं को रोजगार से जोडा जाये।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा से वर्ष 2020 में एक जिला एक उत्पाद के तहत रेडिमेट गारमेन्ट को शामिल किया गया। विगत एक वर्षों में 5 बिन्दुओं, संसाधन, भूमि की उपलब्धता, मार्केटिंग, बैंको से लोन, प्रशिक्षण पर कार्य किया गया और लगातार उद्योग को बढ़ावा देने के लिए टास्क फोर्स की स्थापना की गयी और निरन्तर उद्यमियो के साथ संवाद भी किया जाता है जिससे की उद्योग को बढ़ावा मिल सके।
इस अवसर पर महापौर सीताराम जायसवाल, सदर सांसद रवि किशन शुक्ल, जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन, सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि गण आदि उपस्थित रहे।
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