गाजियाबाद। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 144वां स्थापना दिवस जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय, गाजियाबाद में जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा की अध्यक्षता में गरिमामय एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गीत से हुई, जिसके पश्चात स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में वरिष्ठ कांग्रेसजनों को सफेद टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया। इसके बाद ध्वजारोहण कर ध्वज गीत गाया गया।
जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस पार्टी की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को आईसीएस अधिकारी ऐलन ऑक्टेवियन ह्यूम द्वारा शिक्षित भारतीयों के लिए राजनीतिक व नागरिक मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई थी। महात्मा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस स्वतंत्रता आंदोलन की धुरी बनी और असंख्य ज्ञात-अज्ञात क्रांतिकारियों के बलिदान से देश को आज़ादी मिली।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने देश को जाति और धर्म में बाँटने का जो षड्यंत्र रचा था, उसे समाप्त करने का ऐतिहासिक कार्य कांग्रेस ने किया। आज़ादी के बाद संविधान निर्माण की जिम्मेदारी भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर को दी गई, जिसके माध्यम से देश की जनता को समानता, न्याय और अधिकार मिले।
वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में देश में औद्योगिक विकास, हरित क्रांति, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हुए। आईआईएम, विश्वविद्यालय, सरकारी स्कूल, अस्पताल, राशन प्रणाली, रोजगार सृजन, संचार क्रांति और आत्मनिर्भर भारत की नींव कांग्रेस सरकारों द्वारा रखी गई।
कार्यक्रम में वर्तमान सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा गया कि आज लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है, स्वतंत्र संसाधनों पर राजनीतिक दबाव है और आम जनता को झूठे वादों व जुमलों से गुमराह किया जा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र, संविधान और आम आदमी के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेगी।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री सतीश शर्मा, पूर्व मंत्री श्रीमती दीपा कोल, प्रदीप कंसल, के.के. शर्मा (पूर्व विधायक), पुष्पा रावत (पूर्व मेयर प्रत्याशी), जे.के. गौड़, पूर्व महानगर अध्यक्ष लोकेश चौधरी, डॉ. रत्नाकर पांडे (राष्ट्रीय ट्रेनर), महिला जिला अध्यक्ष डोली त्यागी, व्यापार प्रकोष्ठ अध्यक्ष सुशील शर्मा, विधि प्रकोष्ठ अध्यक्ष मनोज कुमार राय, सहित अनेक वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और स्थापना दिवस को एकता, अनुशासन और संकल्प के साथ मनाया गया।

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