बस्ती। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बस्ती आगमन पर छात्र नेताओं ने मंगलवार को छात्र संघ बहाली की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने का प्रयास किया किन्तु पुलिस बल ने उन्हें पहुंचने ही नहीं दिया। कोतवाली पुलिस ने एपीएन पी.जी. कालेज से कुछ छात्रों को हिरासत में ले लिया। इसे देखते हुये ए.पी.एन. पी.जी. कालेज के पूर्व छात्र संघ महामंत्री मोहम्मद हारिस के नेतृत्व में छात्र नेताओं और छात्रों ने जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। मांग किया कि छात्र संघ को तत्काल प्रभाव से बहाल कराया जाय।
ज्ञापन देने के बाद पूर्व छात्र संघ महामंत्री मोहम्मद हारिस ने कहा कि छात्र संघ की कोख से मुख्य धारा का नेतृत्व करने वाले नेता निकलते थे। दुर्भाग्य से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही छात्र संघ पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यह लोकतांत्रिक अधिकारों और अभिव्यक्ति के स्वतंत्रता का खुला उल्लंघन है। कहा कि छात्र संघ न होने के कारण विश्वविद्यालय और डिग्री कालेजों में पूरी तरह से मनमानी हो रही है, विशेषकर निजी विश्वविद्यालयों, डिग्री कालेजों में तो मनमानी फीस वसूली के साथ ही बिना मान्यता के एलएलबी तक की कक्षायें चलायी जा रही है। बाराबंकी का रामस्वरूप विश्वविद्यालय इसका उदाहरण है। यदि छात्र संघ होता तो इस प्रकार की मनमानी न होने पाती। मांग किया कि विश्वविद्यालयों और डिग्री कालेजों में तत्काल प्रभाव से छात्र संघ बहाल किया जाय।
मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से छात्र नेता सुधीर यादव, सुनील चौधरी, प्रशान्त वर्मा, प्रदीप चौधरी, शशांक, शिवेन्द्र, धर्मवीर के साथ ही अनेक छात्र नेता शामिल रहे।
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