नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार रात को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने खराब स्वास्थ्य और चिकित्सकीय परामर्श को पद छोड़ने का कारण बताया है। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन जगदीप धनखड़ के इस फैसले से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद सिंह ने जगदीप धनखड़ के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा था कि धनखड़ अस्वस्थ या तनावग्रस्त थे।
समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अवधेश प्रसाद ने आईएएनएस से कहा कि सोमवार को जब लोकसभा और राज्यसभा की बैठकों के साथ मानसून सत्र की शुरुआत हुई, तो हमने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता करते देखा। ऐसा कोई संकेत नहीं था कि वह अस्वस्थ या तनावग्रस्त थे। लेकिन, रात में, मुझे अचानक पता चला कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है और इसके लिए स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। मैं वास्तव में स्तब्ध था, क्योंकि वह सदन को इतने सुचारू रूप से और शालीनता से संचालित कर रहे थे। इसलिए अचानक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों का उल्लेख करना मुझे आश्चर्यचकित करता है। फिर भी, मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि मैं ईश्वर से उनके अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करता हूं। वह हमेशा एक ऐसे नेता रहे हैं जो संवैधानिक मूल्यों में गहरा विश्वास रखते हैं। जगदीप धनखड़ जिस भी पद पर रहे हैं, संविधान के अनुरूप ही काम किया है। इस दौर में ऐसे नेताओं की जरूरत है, अगर धनखड़ का इस्तीफा नामंजूर हो तो अच्छा रहेगा।
बिहार में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण के सवाल पर उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है। भाजपा मतदाताओं को उनके मतदान करने के अधिकार से वंचित करने की साजिश कर रही है। इसको लेकर हमारी पार्टी चिंतित और सजग है।
सुप्रीम कोर्ट ने कांवड़ यात्रा के दौरान क्यूआर कोड पर रोक से इनकार पर अवधेश प्रसाद ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने समय-समय पर देश में अराजतकता फैलने से बचाने, शांति कायम करने के लिए सरकार को कड़े निर्देश दिए हैं। हमें देश की न्यायपालिका पर विश्वास और भरोसा है। सुप्रीम कोर्ट ने देश हित और राष्ट्रहित में जो निर्देश दिया है, हम उसका स्वागत करते हैं।
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