बस्ती। अपनों के बीच पेड वाले बाबा के नाम से चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता गौहर अली ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बढ़ते हुए प्रदूषण को रोकने, पर्यावरण रक्षा के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिया है। उन्होने आग्रह किया है कि यदि सुझावों को जमीनी धरातल पर लागू किया जाय तो पर्यावरण रक्षा की दिशा में रचनात्मक पहल होगी।
गौहर अली ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि पूरे दुनिया में बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए और वृक्षों की संख्या लगातार कम हाने की स्थिति में वायु ,जल ,ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगे और ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर हम पर्यावरण की रक्षा करें। सेटेलाइट से सर्वे कर वृक्षों का डाटा इकट्ठा किया जाए उसमें कितने वृक्षों का अवैध कटान हो रहा है उस पर बहुत सख्त कार्रवाई हो। मानसून सत्र में जो भी पौधे लगाए जाएं उनका जियो टैगिंग हो और जब तक बड़े ना हो उनके देखभाल पूरा किया जाए सिर्फ फोटो खिंचवाकर रिकॉर्ड ना बनवाया जाए एक ही दिन में पौधा लगाने का रिकॉर्ड तय न किया जाए नदियों के किनारे खाली जमीन पर पूरा पौधा रोपण किया जाए पौधा लगाकर छोड़ न दिया जाए पौधे का सुरक्षित और सिंचाई की सुविधा भी सुनिश्चित किया जाए। पत्र में कहा गया है कि हम पॉलिथीन के बैग या किराना दुकानों में तमाम पॉली बाग के पैकेटों, डिस्पोजल प्लास्टिक के गिलास थर्माकोल के प्लेटो पर पाबंदी लगाना चाहिए।
मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि ग्राम पंचायत, नगर पंचायत ,नगर पालिका या उससे बड़े शहरों में ड्रोन से सर्वे कर जो भी कूड़ा जला रहे हैं उनके ऊपर कारवाई हो चाहे भले ही सफाई कर्मी ही क्यों ना हो जिस तरह वाहनों में प्रदूषण की अवहेलना करने वाले पर जुर्माना लगता है उसी तरह जो लोग वायुमंडल को प्रदूषित करते हैं उनको दंडित किया जाए किसानों को जागरूक किया जाए की प्रराली ना जलाएं ना मानने पर किसान सम्मान निधि रोका जाए या जुर्माना लगाया जाए। शहरों से निकलने वाले गंदे पानी या फैक्ट्री के गंदे पानी को वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट द्वारा ट्रीट करके तभी नदियों में उस पानी को छोड़ा जाए या सिंचाई के काम में लाया जाए जो भी घर बनाया जाए उसमें ग्रीन एरिया निर्धारित हो अन्यथा ग्रीन एरिया के न होने पर नक्शा को कैंसिल किया जाए।
पत्र में कहा गया है कि विशेष तौर पर वन विभाग की पौधारोपण में अहम भूमिका रहती है अगर इनके ट्रिगर्ड जिसके लेग गार्ड बड़े हो जो जमीन के कुछ अंदर तक सपोर्ट करते हैं यह पौधे मानसून सत्र में समय रहते लग जाए तो ज्यादातर चांस रहता है कि सब पौधे ग्रोथ कर जाएं सिर्फ गर्मी में उनका समय समय पर सिंचाई कर दिया जाए यह टारगेट लेकर चला जाए कि जो पौधे रोपित किए गए हैं हंड्रेड परसेंट पौधे को बचाना है पौधे लगाकर छोड़ न दिया जाए उनका स्वालंबी होने तक निरंतर देखभाल करते रहना चाहिए। किसानों को प्रोत्साहित किया जाए उन्हें समझाया जाए की पौध रोपण के लाभ क्या-क्या है उनको भी कुछ प्रोत्साहित राशि दिया जाए जो अपने खेतों के मेड़ो पर लगा सके।
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