लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद में दिनदहाड़े नाबालिग परी श्रीवास्तव की आततायीयों द्वारा की गई हत्या के विरोध में।
भारतीय पत्रकार सुरक्षा परिषद द्वारा जूम (ऑनलाइन ) बैठक की गई जिसमें परी श्रीवास्तव की जघन्य हत्या पर दुःख और रोष व्यक्त किया गया जिस तरह से बस्ती जनपद के पुलिस विभाग की कार्यवाही है वह न्याय पूर्ण नहीं है। क्योंकि नामजद अभियुक्तों को छोड़ने या बरी करने का अधिकार सिर्फ और सिर्फ न्यायालय का होता है, फिर किस आधार पर या किस दबाव में आकर थानाध्यक्ष पैकोलिया नें हत्या में पंजीकृत अभियुक्तों को छोड़ दिया, इस कृत्य से कहीं न कहीं वो भी संदेह के दायरे में हैं।
अंत में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया यदि बस्ती पुलिस द्वारा यह कृत्य दुबारा किया गया या नाबालिग परी श्रीवास्तव के दोषियों को समय से न्याय नहीं मिला तो भारतीय पत्रकार सुरक्षा परिषद राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलित होने के लिए मजबूर हो जायेगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
भारतिय पत्रकार सुरक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मणि शंकर सिन्हा द्वारा इस पूरे प्रकरण को आगे बढ़ने के लिए परिषद की तरफ से परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता पंकज भईया को उनके प्रयासों के लिए प्रोत्साहित भी किया और संघर्ष जारी रखने के लिए निर्देशित भी किया।
No comments:
Post a Comment