गोरखपुर। बुधवार को गोरखपुर स्थित बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर जन आक्रोश सभा में पूर्व विधायक व अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष बेचन राम ने कहा कि सपा की नीतियां हमेशा से दलित विरोधी रही हैं। बाबा साहेब के चित्र से आधा चेहरा काटकर उनके मुखिया अखिलेश यादव का चेहरा जोड़ना सर्वसमाज के नेता का घोर अपमान है। वह उनके चरणों की धूल मात्र भी नहीं हैं। इस कृत्य के लिए देश की जनता माफ नहीं करेगी। वह हमारे आदर्श ही नहीं इस देश की वह संस्थान हैं जिन्होंने हमें संविधान के रूप में ऐसा ग्रंथ दिया जो देश में सबसे सर्वमान्य सिद्धांत है।
प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग मझवार ने कहा कि बाबा साहब जैसे व्यक्तित्व की तुलना किसी राजनेता से करना और उनके स्वरूप में दर्शाना अक्षम्य अपराध है जिसकी हम सभी घोर निंदा करते हैं। समाजवादी पार्टी द्वारा किया गया यह कृत्य घोर निंदनीय है। हमारे महामानव का ऐसा अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
क्षेत्रीय महामंत्री दीपक कुमार ने कहा कि समाजवादी पार्टी और उनके मुखिया द्वारा लिया गया फैसला और उनकी नीतियां हमेशा दलित विरोधी रही हैं उनके कार्यकाल में लिए गए फैसले हमेशा अनुसूचित समाज के लिए विरोधाभासी रहे हैं यह एक तस्वीर से छेड़छाड़ नहीं बल्कि भारत रत्न बाबा साहब उनके संविधान और दलित समाज की आत्मा का घोर अपमन है।
क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अमृतलाल भारती ने कहा कि सपा हमेशा दलितों को अपमानित करने का कोई मौका नहीं छोड़ती है उनके पार्टी पदाधिकारी द्वारा बाबा साहब के आधे चित्र पर अखिलेश यादव का चित्र प्रचारित करना उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है और सपा प्रमुख का इस विषय पर कोई कार्यवाही नहीं करना उनकी सहमति जताता है जिससे सर्व समाज की भावना आहत हुई है।
क्षेत्रीय उपाध्यक्ष एडवोकेट नरेंद्र महंथा ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने यह जो पोस्टर लगाया है यह बाबा साहब और उनके आदर्शों का अपमान है जिसका सर्व समाज अनुसरण करता है सपा सरकार में ही हमारे बाबा साहब समेत अन्य महापुरुषों पर बने स्कूल कॉलेज के नामों को बदल गया था।
महानगर अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने कहा कि सपा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रसारित पोस्टर में भारत रत्न बाबा साहब के बराबर खुद को प्रदर्शित करना उनकी दूषित मानसिकता को दर्शाता है यह कानूनी जुर्म के साथ उनके अनुयायियों की आस्था पर कुठाराघात भी है। हमारे महामानव का यह अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
महानगर मीडिया प्रभारी इंजीनियर बृजमोहन ने कहा कि बाबा साहब की आधी तस्वीर काटकर उस हिस्से में अखिलेश यादव की तस्वीर जोड़ना सर्व समाज का अपमान है और इसे तत्काल हटाना चाहिए सपा प्रमुख को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी होगी सपा शासन काल में ही प्रमोशन में आरक्षण एवं डिमोशन का दंश झेलना पड़ा था जिसे अनुसूचित समाज अभी नहीं भूला वहीं उन्होंने हमारे महापुरुषों के नाम पर बने में प्रतिष्ठानों में नाम बदलकर अनवरत किया गया। उन्होंने हमेशा से महापुरुषों का अपमान किया है जिसका यह ज्वलंत उदाहरण है।
No comments:
Post a Comment