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Tuesday, March 23, 2021

अतिकुपोषित बच्चों, गर्भवती माताओं तथा किशोरियों के स्वास्थ्य के प्रति गम्भीरता बरतने का डीएम ने दिया निर्देश

- जिला पोषण पुनर्वास केन्द्र, जिला अस्पताल में प्रतिदिन सीडीपीओ तथा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से ड्यिटी लगायी जाय

- आईसीडीएस द्वारा मात्र मृत्यु दर के नियमित समीक्षा की जाय

बस्ती। अतिकुपोषित बच्चों, गर्भवती माताओं तथा किशोरियों के स्वास्थ्य के प्रति गम्भीरता बरतने तथा उनको विभागीय योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने आईसीडीएस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है। कलक्ट्रेट में आयोजित जनपद स्तरीय जिला पोषण समिति की बैठक में उन्होने कहा कि होठ एंव तालू के सर्जरी योग्य बच्चों को आगनवाड़ी कार्यकत्री चिन्हित कर उसका विवरण उपलब्ध करायेंगी ताकि एक कैम्प आयोजित करके उनका आपरेशन कराया जा सके।


उन्होने कहा कि एएनएम, आशा तथा आगनबाड़ी कार्यकत्री संयुक्त रूप से एनिमिक गर्भवती महिलाओं तथा किशोरियों का चिन्हॉकन करेंगी तथा उनका उपचार सुनिश्चित करायेंगी। विभाग द्वारा बच्चों में नाटापन, अत्यन्त दुबला तथा कुपोषित का चिन्हॉकन किया जायेंगा। नवजात बच्चों का 100 दिन तक फालोअप आगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा किया जायेंगा।

उन्होने निर्देश दिया है कि जिला पोषण पुनर्वास केन्द्र, जिला अस्पताल में प्रतिदिन सीडीपीओ तथा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से ड्यिटी लगायी जाय, जो वे सुनिश्चित करेंगें कि वहॉ बेड पर नियमित रूप से अतिकुपोषित बच्चे भर्ती हो तथा उनका समुचित इलाज हो। इसी प्रकार सभी 05 मिनी पोषण पुनर्वास केन्द्र की मानीटरिंग की जाय तथा वहॉ भर्ती होने वाले बच्चों का विवरण जिले पर मगाया जाय। उन्होने कहा कि सल्टौआ गोपालपुर, कप्तानगंज, रूधौली में जनवरी एवं फरवरी माह में एक भी बच्चो का पुनर्वास केन्द्र में इलाज के लिए भर्ती नही कराया गया है। उन्होने निर्देश दिया कि सभी सीडीपीओ अतिकुपोषित बच्चों को पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराना सुनिश्चित करें।  

उन्होने कहा कि सैम तथा मैम बच्चों का सम्पूर्ण विवरण विभाग द्वारा निर्धारित फार्मेट पर उपलब्ध कराया जाय तथा उनके समुचित इलाज की व्यवस्था की जाय। उन्होने परियोजना कार्यालय पर घी एवं दूध के वितरण की स्थिति पर संतोष व्यक्त किया परन्तु उन्होने निर्देश दिया कि सभी लाभार्थियों को इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आईसीडीएस द्वारा मात्र मृत्यु दर के नियमित समीक्षा की जाय तथा सीडीपीओ द्वारा इसकी रिपेर्ट उपलब्ध करायी जाय। उन्होने कहा कि विभाग स्वच्छता, स्तनपान, अन्नप्रासन, पोषण, टीकाकरण पर विशेष ध्यान दे तथा बच्चों का नियमित वजन कराते हुए उनकी वृद्धि पर सतत निगरानी रखें।

जिला कार्यक्रम अधिकारी सावित्री देवी ने बताया कि इस माह में 26 एव ं27 मार्च को महिला स्वयं सहायता समूह एवं कोटेदार द्वारा लाभार्थी परिवारों को चावल एंव गेहूॅ वितरित किया जायेंगा। एफसीआई गोदाम पर 24 एंव 25 मार्च को इसका उठान किया जायेंगा। नैफेड द्वारा 01 किग्रा0 का 158953 पैकेट तथा आधा किग्रा0 का 58233 पैकेट चनादाल उपलब्ध कराया गया है, जिसका वितरण लाभार्थी परिवारों को किया जायेंगा। उन्होने बताया कि कुल 236 में से 187 आगनबाड़ी केन्द्र भवन का हस्तान्तरण हो गया है। शेष 49 की कार्यवाही करायी जा रही है। बैठक में सीडीओ राजेश प्रजापति, एसीएमओ डॉ0 सीके वर्मा, बीएसए जगदीश शुक्ल, इन्द्रपाल सिंह तथा सभी सीडीपीओ उपस्थित रही।

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