नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हाल ही में हुई फोन कॉल में ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के युद्ध में अपने देश के दृढ़ समर्थन की पुष्टि की। ब्राजील के राष्ट्रपति ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की और जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों की निंदा की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में भारत के प्रयासों की सराहना की, जो एक सैन्य अभियान था जिसे भारत सरकार ने क्षेत्र से आतंकवादी समूहों को खत्म करने के लिए शुरू किया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ष्ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और भारत के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ समर्थन और एकजुटता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति लूला को उनकी संवेदनाओं के लिए धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने भारत-ब्राजील द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। भारत और पाकिस्तान के बीच काफ़ी तनाव है। इस बीच विदेश मंत्रालय और सेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए भारत द्वारा आतंकी ठिकानों पर किए गए लक्षित हमले के जवाब में पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात को उत्तरी और पश्चिमी भारत में कुछ सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की। इन हमलों को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने नाकाम कर दिया। हमें जो मलबा मिला है, वह पाकिस्तानी हमलों का सबूत है।
सेना ने कहा कि पाकिस्तान बिना किसी वजह के नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर मोर्टार और तोपखाने से भारी गोलीबारी कर रहा है। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर तोपखाने का इस्तेमाल करके अपनी अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है। इसमें 16 लोगों की मौत हो गई। भारतीय सेना पाकिस्तान के इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
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