बस्ती। शनिवार को मछुआरा कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष ई. राज बहादुर निषाद के संयोजन में गौर विकास खण्ड के रघुनाथपुर गांव में मण्डलीय कार्यकर्ता बैठक का आयोजन किया गया।
मछुआरा कांग्रेस पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र निषाद ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने सम्बोधन में कहा कि कांग्रेस ने मछुआरा समाज के उत्थान के लिये अनेक नीति और कार्यक्रम बनाये। नदी अधिकार और तालाबों पर पट्टा, मतस्य उद्योग के विकास हेतु कांग्रेस ने जो कार्य किया वर्तमान की सरकारेें उसे भूल गई और आज मछुआरा समाज को उसके हाल पर छोड़ दिया गया है। आरक्षण के नाम पर गैर कांग्रेसी राजनीतिक दलों ने तरह-तरह के वायदे कर वोट तो ले लिया, सरकारें भी बना लिया किन्तु बाद में भूल गये। कहा कि मछुआरा समाज का राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक हित कांग्रेस में ही निहित है।
मछुआरा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ई. राज बहादुर निषाद ने कहा कि वे तो समाज को जगाने के लिये निकले हैं कि अपनी ताकत को पहचानियें, उनसे जुडिये जिन्होने आपके पूर्वजों को अधिकार दिया। कांग्रेस मजबूत होगी तो मछुआरा समाज की चिन्ता का निराकरण होगा। कहा कि अब समय आ गया है कि जातिगत जनगणना कराकर लोगों को उस अनुरूप हिस्सेदारी दिया जाय। कांग्रेस लगातार यह मांग उठा रही है। कांग्रेस की सरकार बनने पर अनिवार्य रूप से इसे क्रियान्वित कराया जायेगा। संगठन में कांग्रेस इसे लागू कर चुकी है। कहा कि मछुआरा कांग्रेस का बूथ स्तर पर गठन कर इसे मजबूत किया जायेगा।
मण्डलीय कार्यकर्ता बैठक को मछुआरा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश साहनी, जिलाध्यक्ष विनोद निषाद, प्रदेश सचिव सोमनाथ संत, किसान कांग्रेस महासचिव जयंत चौधरी, पी.सी.सी. सदस्य सीमा निषाद, राजमणि निषाद, सत्यराम निषाद, कैलाश निषाद, धु्रव निषाद आदि ने सम्बोधित करते हुये मछुआरा समाज की समस्याओें को विस्तार से रखा और निराकरण हेतु सामूहिक प्रयास पर जोर दिया। कार्यकर्ता बैठक में मुख्य रूप से भग्गन सोनकर, जितेन्द्र साहनी, छेदीलाल चौधरी, शिवराम निषाद, मनोज निषाद, गौरीशंकर निषाद, विजय साहनी, मीरा निषाद, शीला देवी, विमलेश, कलावती देवी, परमात्मा निषाद, राजेश साहनी, बब्बनलाल साहनी, राम दिनेश निषाद, अनिल निषाद, शिवशंकर गौड़, राजेश चौहान आदि शामिल रहे।
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