नई दिल्ली। कारगिल विजय दिवस की 24 वीं वर्षगांठ के मौके पर 25 महिला बाइकर्स का एक समूह सोमवार को श्रीनगर से द्रास तक नारी सशक्तिकरण रैली के अंतिम चरण को लेकर रवाना हो गया। आपको बता दें कि 26 जुलाई को कारगिल दिवस मनाया जाता है। ये बाइकर्स रैली हजार किलोमीटर का सफर तय कर रही है। इसमें 25 महिलाएं हैं, जिनमें 15 सेवारत अधिकारी, आठ सेवारत अधिकारियों की पत्नियां और दो वीर नारियां भी हैं। ये सभी कारगिल युद्ध नायकों को श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगी।
दिल्ली में स्थित युद्ध स्मारक से निकला था समूह
यात्रा के आखिरी चरण के लिए रवाना होने से पहले बाइकर भावना अधिकारी ने बताया कि ये ग्रुप 25 महिला सवारों का काफी अलग समूह है। इसमें सेवारत अधिकारी, वीर नारी और सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों की पत्नियां भी जुड़ी हैं। रैली का लक्ष्य महिला सशक्तिकरण का संदेश पूरे देश में फैलाना है। भावना के अनुसार, हमने 18 जुलाई को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक दिल्ली से अपनी यात्रा की शुरुआत की थी।
26 जुलाई को विजय दिवस के समारोह में हिस्सा लेंगे
उन्होंने कहा कि रास्ते में स्कूलों और एनसीसी कैडेटों की महिलाओं को खास संदेश दिया। रास्ते में आने वाले युद्ध स्मारकों पर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. अब यात्रा अंतिम चरण में है. कारगिल के द्रास पहुंचने के बाद वे 26 जुलाई को विजय दिवस के समारोह में हिस्सा लेंगे।
24वीं वर्षगांठ पर रैली का आयोजन
एक बाइकर ने बताया कि रैली कारगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ समारोह में भाग लेने के लिए आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली से अपनी शुरुआत की। कारगिल तक 1,000 किलोमीटर की सफर तय किया। हम कई जगहों पर ठहरे. अंबाला, जालंधर, उधमपुर में रुके।
60 दिनों तक चला कारगिल युद्ध
भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध हुआ था। ये करीब 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई के दिन इस युद्ध का अंत हुआ। इस युद्ध में भारत विजय हुआ। कारगिल विजय दिवस युद्ध में शहीद भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए विजय दिवस मनाया जाता है।
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