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Saturday, June 5, 2021

मच्छर जनित बीमारियों के प्रति लोगों को जागरुक कर रहे फ्रण्टलाइन वर्कर्स

 - गांवों में स्वास्थ्य टीम कर रही चिन्हांकनलोगों को कर रहे जागरुक

- मलेरिया रोधी माह में मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने की दे रहे जानकारी

संतकबीरनगर कोरोना की रोकथाम में जुटा स्वास्थ्य महकमा अब मलेरिया व डेंगू जैसी मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम में भी जुट गया है। बदलते मौसम के चलते बढ़ रहे मच्छरों के प्रकोप को रोकने के लिए फ्रंटलाइन वर्कर्स गांव में जाकर लोगों को मच्छर जनित बीमारियों के प्रति जागरुक कर रहे हैं। कोविड - 19 प्रोटोकाल के साथ यह अभियान आगामी 30 जून तक चलाया जाएगा।


जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इससे डेंगू व मलेरिया बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। इसे देखते हुए शासन के निर्देश पर मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए सीएमओ डॉ. इन्द्र विजय विश्वकर्मा के निर्देशन में मलेरिया रोधी अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में आमजन की जागरुकता के लिए कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है।

मलेरिया रोधी माह में स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर बुखार से पीड़ित लोगों को चिह्नित कर रहीं हैं। मलेरिया व डेंगू की पुष्टि के लिए जांच भी कराई जा रही है । अभियान में पंपलेट्स के माध्यम से रुके पानी में पैदा होने वाले एनाफिलीज मादा मच्छर के विषय मे लोंगों को बचाव व उपचार के लिये जागरूक किया जा रहा है। लोगों को यह जानकारी दी जा रही है कि मलेरिया जन स्वास्थ्य की दृष्टि से गंभीर बीमारी है जो महामारी के रूप में फैलती हैं। मलेरिया संक्रमण के बाद सर्दी व कंपन के साथ बुखार आता हैतेज सर दर्द व बुखार के अलावा बुखार उतरते समय पसीना अधिक आता है। मनुष्य के शरीर मे मलेरिया परजीवी के प्रवेश करने के बाद 14 से 21 दिन के अन्दर बुखार आता है। जनपद की समस्त चिकित्सा इकाइयों में मलेरिया बुखार की जांच निःशुल्क होती है। इसलिए आवश्यक यह है कि सभी लोग किसी भी तरह का बुखार होने पर सीधे नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ही जाएं।

घरों में कूलर की भी हो रही है जांच

सहायक मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा घरों में कूलर कंटेनर्सखाली बर्तनो और टंकियो आदि का निरीक्षण किया जा रहा है। साथ ही लोगों को लार्वा के नष्टीकरण के उपाय भी बताए जा रहे हैं। जागरुकता ही बचाव है के ध्येय वाक्य को ध्यान में रखते हुए घरेलू स्तर पर ही इसको न पनपने देने के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी किया गया है।

मच्छर से बचने के लिए यह करें

 


·         रुके हुए पानी के स्थानो को मिटटी से भर देंयदि सम्भव न हो तो उसमें मिट्टी का तेल य डीजलजला हुआ मोबिल डाल दें।

·         घर में कूलर ,गमलोंछतों पर पड़े पुराने टायरपशु पक्षियों के पीने का पात्र एवं निष्प्रयोग्य सामग्री तथा नारियल के खोल प्लास्टिक की बोतल आदि में जल एकत्रित न होने दें।

·         सोते समय मच्छरदानी अथवा मच्छर भगाने की क्रीम का प्रयोंग करें। जहां तक संभव हो पूरी आस्तीन की कमीज पहनें इत्यादि से शरीर के अधिक से अधिक हिस्से को ढक कर रखे।

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