नई दिल्ली। देश और दुनिया में आज ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ मनाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीएम रेखा गुप्ता समेत कई नेताओं ने ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ पर देशवासियों को जागरूक किया। उन्होंने जनसंख्या से जुड़ी चुनौतियों का भी जिक्र किया।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ परिवार नियोजन के बारे में जागरूकता बढ़ाने और जनसंख्या से जुड़ी चुनौतियों से निपटने की हमारी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का मंच है। इस साल की थीम, ‘मां और बच्चे के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए गर्भावस्था का सही समय और अंतर,’ माता और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए नियोजित माता-पिता बनने के महत्व पर जोर देती है। विश्व जनसंख्या दिवस 2025 का नारा- ‘मां बनने की उम्र वही, जब तन और मन की तैयारी सही’ - माता-पिता बनने के लिए शारीरिक और भावनात्मक रूप से तैयार रहकर सूचित और सशक्त निर्णय लेने के महत्व को रेखांकित करता है।
उन्होंने आगे कहा, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों सहित सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से केंद्र सरकार पूरे देश में आवश्यक परिवार नियोजन सेवाएं प्रदान कर रही है, जिससे परिवार सशक्त हो रहे हैं और एक स्वस्थ भारत का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, विश्व जनसंख्या दिवस पर, हम एक न्यायपूर्ण, सशक्त और समतामूलक समाज के अपने दृष्टिकोण की पुष्टि करते हैं, जहां प्रत्येक व्यक्ति को अवसर, अधिकार और सम्मान प्राप्त हो। हमारे युवाओं को एक ऐसे भविष्य का हक है, जहां वे सूचित विकल्प चुन सकें, समानता के साथ जी सकें और बिना किसी सीमा के सपने देख सकें। आइए, हम समावेशी नीतियों, सतत विकास और हर जीवन को बेहतर बनाने की साझा प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ें, जिसके लिए हम जिम्मेदार हैं।
वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स पर लिखा, विश्व जनसंख्या दिवस जागरूक करता है कि सुरक्षित भविष्य और भावी पीढ़ियों को बेहतर दुनिया प्रदान करने के लिए हम जनसंख्या विस्फोट जैसी स्थिति से बचें। जनसंख्या की असंतुलित बढ़ोतरी समाज और राष्ट्र के साथ आवश्यक संसाधनों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है।
इसके अलावा, कांग्रेस नेता गोविंद सिंह डोटासरा ने ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ पर कहा, देश में जनसंख्या वृद्धि की निरंतर बढ़ती गति न केवल चिंता का विषय है, बल्कि यह हमारे सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय संतुलन के लिए भी एक गंभीर चुनौती बनती जा रही है। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आइए हम सभी मिलकर जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणामों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने का संकल्प लें।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर लिखा, संतुलित जनसंख्या ही समृद्ध समाज और सतत विकास की सुदृढ़ आधारशिला है। जनसंख्या नियंत्रण आज केवल आवश्यकता नहीं, बल्कि राष्ट्र-निर्माण की अनिवार्य नीति है। यह लक्ष्य जन-जागरूकता, जन-भागीदारी और जननीति के समन्वित प्रयासों से ही प्राप्त हो सकता है। आइए, विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर हम सभी संतुलित जनसंख्या-सक्षम भारत के संकल्प को सशक्त करें और समरस, सशक्त, स्वावलंबी राष्ट्र की दिशा में अग्रसर हों।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, तेजी से बढ़ती जनसंख्या हमारे संसाधनों, पर्यावरण और जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करती है। आइए, हम सभी जनसंख्या नियंत्रण और परिवार नियोजन के महत्व को समझें और समाज को जागरूक कर एक संतुलित एवं सशक्त राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।
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