गोण्डा। जिले के वरिष्ठ कवि साहित्यकार देहदानी सुधीर श्रीवास्तव को साहित्य सेवा में अनुकरणीय योगदान हेतु 'हिन्दी साहित्य भारती (ब्रज प्रांत) द्वारा "हिन्दी साहित्य भारती सम्मान-2025" से सम्मानित किया गया है।
उक्त सम्मान वरदान रिसार्ट रायबरेली में आयोजित रायबरेली अंतरराष्ट्रीय कवि महाकुम्भ रायबरेली में आयोजित समारोह में रायबरेली काव्य रस साहित्य मंच के संरक्षक व मुख्य प्रशासक वरिष्ठ कवि सुधीर श्रीवास्तव को फोटोफ्रेम सम्मान पत्र, अंगवस्त्र, मोमेंटो के साथ संस्था के इकाई अध्यक्ष डा. ओम ऋषि भारद्वाज, कोषाध्यक्ष डा. ललित कुमार एवं महामंत्री श्रीमती उज्जवल सहाय ने प्रदान किया गया। इस अवसर पर मंच के संस्थापक डा. शिव नाथ सिंह शिव, राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. इंद्रेश भदौरिया, रा. संगठन मंत्री कविराज डा. शिव कुमार सिंह, रा. मीडिया प्रभारी डा. मंजुला सिंह सहित विभिन्न अंचलों के वरिष्ठ कवि साहित्यकार त्रिलोक चंद्र सेन डा. राकेश ऋषभ, अरुण ब्रह्मचारी, अभय श्रीवास्तव, अनिल राही, राम मनोहर लाल, छोटे लाल सिंह, राम लखन वर्मा श्रीपाल शर्मा, देवीराम शर्मा, अमलेश कुमार सहित सैकड़ों अन्याय मनीषी उपस्थित रहे।
ज्ञातव्य है कि श्री श्रीवास्तव वर्तमान में पक्षाघात का दंश झेलते हुए साहित्यिक क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके बहुआयामी व्यक्तित्व, बेबाक, सर्वसुलभ, सर्वहितैषी व्यक्तित्व के धनी नवोदित रचनाकारों के लिए सारथी की भूमिका निभाने वाले सुधीर श्रीवास्तव जी विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पटलों व मंचों से 2300 से अधिक सम्मान पत्र प्राप्त कर चुके श्री श्रीवास्तव विभिन्न साहित्यिक पटलों में पदाधिकारी भी हैं।
विद्या वाचस्पति मानद उपाधि', विद्यासागर' प्राप्त कर चुके और बुलंदी विश्व रिकॉर्ड कवि सम्मेलन में प्रतिभाग कर 'काव्यश्री', अखंड काव्यार्चन गोल्डेन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड, ऐतिहासिक अमृत महोत्सव काव्य गोष्ठी के लिए 'गौरव सम्मान', 'कोच काव्य कुँभ २०२१', जय विजय सम्मान २०२१, संगम शिरोमणि आदि से सम्मानित श्री सुधीर श्रीवास्तव नेत्रदान का संकल्प और देहदान की सार्वजनिक घोषणा कर चुके हैं। नवोदित रचनाकारों को यथासंभव प्रेरित कर सहयोग/मार्गदर्शन देते हुए आगे बढ़ाने का भी हर संभव प्रयास करते हुए प्रेरक , गाडफादर, सारथी की भूमिका लगातार निभा रहे हैं।
सुधीर श्रीवास्तव के सम्मानित किए जाने पर अनेक साहित्यिक सामाजिक विभूतियों ने उन्हें बधाइयाँ और शुभकामनाएं देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की है।
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