बस्ती। आगामी 17 अप्रैल से दस्तक अभियान संचालित किया जाएगा। इस दौरान आशा एवं आंगनबाडी कार्यकत्री घर-घर जाकर शुद्ध पेयजल पीने, बुखार का इलाज सीएचसी व पीएचसी पर कराने, 1 सप्ताह से अधिक खांसी वाले व्यक्ति को टीबी की जांच कराने, लू से बचाव एवं कुपोषित बच्चों का एनआरसी पर जाकर इलाज कराने के संबंध में अभिभावकों को प्रेरित करेंगी। मुख्य विकास अधिकारी डा. राजेश कुमार प्रजापति ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित तैयारी बैठक में सभी एमओआईसी को आवश्यक तैयारी करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के जागरूकता अभियान से ही हमने इंसेफ्लाइटिस पर नियंत्रण पाया है। साफ-सफाई का ध्यान रखकर तथा मच्छरों से बचाव करके हम अन्य वेक्टरजनित रोगों पर नियंत्रण पा सकते हैं। उन्होंने कोविड के बढ़ते केसेज को देखकर एकीकृत कोविड कंट्रोल एवं कमांड सेंटर (आईसीसीसी) को पुनः संचालित करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने 1 अप्रैल से संचालित विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा करते हुए राज्य मानक 40 प्रतिशत से कम उपलब्धि वाले विभागों को चेतावनी पत्र जारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी 11 विभाग शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करें। गांव में चूहा, छछुंदर खरगोश आधे से ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं, इसलिए यहां पर स्क्रब टायफस नियंत्रण की विशेष आवश्यकता है। इसके लिए पंचायती राज विभाग तथा कृषि विभाग अभियान चलाकर कार्यवाही करें। इससे हम एईएस पर प्रभावी नियंत्रण पा सकेंगे। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपना लक्ष्य पूरा करते हुए कृत कार्रवाई की रिपोर्ट पोर्टल पर भी फीड करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देश दिया कि सभी स्कूलों में प्रशिक्षित अध्यापक द्वारा दस्तक अभियान के संबंध में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी जाए। 1 सप्ताह से स्कूल ना आने वाले बच्चों के बारे में जानकारी प्राप्त कर उनके अभिभावकों को प्रेरित किया जाए। साथ ही लू से बचाव के उपाय की जानकारी दी जाए। बैठक में सीएमओ डॉ. आरपी मिश्रा, एसीएमओ डॉ. फखरेयार हुसैन, एसआईसी डॉ. आलोक वर्मा, नगरी क्षेत्र के नोडल डॉ. एके कुशवाहा, सीएमएस कैली डा. एन.एन. प्रसाद, कृषि अधिकारी मनीष सिंह, श्रीमती सावित्री देवी, उमेश, यूनिसेफ की श्रीमती नीलम, एमओआईसी गण तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का संचालन जिला मलेरिया अधिकारी आइए अंसारी ने किया।
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